1. गुणात्मक शिक्षा एवं क्रिया आधारित शिक्षण बल
2. छात्रों में चरित्र निर्माण, जो उनके जीवन ज्योति को संबल बना सकें
3. अनुशासन एवं समय बद्धता
4. शिक्षकों में,छात्रों में आत्म-अनुशासन का विकास
5. शिष्टाचार, सदाचार सामाजिक भाव, राष्ट्रभक्ति एवं परस्पर कार्य करने के भावों का निर्माण
6. उत्कर्ष का आधार ज्ञान है, के महत्व पर प्रकाश
7. स्वाध्याय पर बल देना, जिज्ञासा को जागृत करना, ज्ञान का भंडार भरना जो विकास का आधार है
8. “तमसो मा ज्योतिर्गमय” के संदेश से आत्म-उत्थान करना
9. कम्प्यूटर शिक्षा की व्यवस्था